आओ बच्चों तुम्हें बताऊँ बात इक बतलाती हूँ। छोटी सी कविता गा कर मैं तुम को समझाती हूँ । जब भी छुटियाँ होंगी तो तुम नानी के घर जाओगे नानी से मिल कर तुम उन को क्या क्या बात बतलाओगे अपना नन्हा मोटा कुआला कैसे कैसे हँसता है ! कंगारू यूँ उछल कूद कर कैसे मन में बसता है । कूकाबारा ज़ोर ज़ोर से कैसे हँस मुस्काता है।
यह सब तुम को अपनी नानी नानू को बतलाना है । हिन्दी में ही बोल उन्हें अपना प्यार जताना है। तुमको देख देख कर खूब खूब मुस्कायेगी और तुम्हारे ऊपर अपना सारा प्यार लुटायेगी । नन्हें मस्तक पर रोली तिलक लगायेगी । सोने से पहले वो बिस्तर पर साथ लटायेगी और प्यार में तुम को अपना आँचल ढांप सुलायेगी।
भारत के वीरों की गाथा तुम को खूब सुनाएगी। राम कृष्ण बुद्ध महावीर के जीवन अंश सुनायेगी |
नानी की प्यारी बातों को तभी समझ तुम पाओगे हिन्दी भाषा सीखोगे और हिन्दी के गुण गाओगे –
क ख ग को खेल ना जानो अपनी मिट्टी को पहचानो जिस में भारत बसता है। भारत भूमि जन्म भूमि है और ऑस्ट्रेलिया कर्म भूमि दोनों को दो आँखों जैसे तुम को ख़ूब सजाना है
हिन्दी भाषा सीखो, बोलो यह सब को बतलाना है ।